मानो या न मानो: यहां बकरा दे रहा है दूध, वह भी पूरे डेढ़ पाव

मानो या न मानो: यहां बकरा दे रहा है दूध, वह भी पूरे डेढ़ पाव

इलाहाबाद: कुम्भ नगरी इलाहाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बकरियों के बीच रह रहा एक बकरा तीन महीने से दूध देने लगा है। पशुपालक ने बताया कि उसका बकरा प्रतिदिन डेढ़ पाव दूध देता है। सुनने में यह बात भले ही अविश्वसनीय लगे, लेकिन जिसने भी अपनी आंखों से बकरे को दूध देते देखा है, वह इसे चमत्कार ही मानता है। मामला उतरांव खोदाईपुर गांव का है जहां के निवासी देवीदीन पाल ने बहुत सारी बकरी पाल रखी हैं। इन्हीं के बीच यह बकरा भी था, जो इस दिनों दूध देने की वजह से चर्चा का विषय बना हुआ है। इस अजीबोगरीब घटना की सूचना पर जब मीडिया गांव पहुंचा तो देवीदीन पाल की पत्नी इंद्रावती ने कैमरे के सामने बकरे का दूध निकाल कर दिखाया। उसने बकरे से जुड़ी कई रोचक बातें भी बताईं। इंद्रावती ने बताया लगभग तीन महीने पहले हमने बकरे को अपना ही दूध पीते देखा। इसके बाद से हमने इसका दूध निकालना शुरू कर दिया। अब यह बकरा हर दिन सुबह शाम दूध देता है। हालांकि दूध की मात्रा डेढ़ पाव तक ही है। उन्होंने बताया कि बकरे का दूध जब डेयरी पर दिया गया, तो उसमें भैंस से भी ज्यादा फैट पाया गया। आपको बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। आपको बता दें कि इससे पहले अभी बुंदेलखंड में भी ऐसा ही मामला देखने को मिला था। जालौन में एक बकरा दूध दे रहा था। कालपी कस्बे के गांव सिम्हरा कासिमपुर में यह बकरा हर दिन एक गिलास से ज्यादा दूध देता है। गांव वालों ने बताया कि कुछ वक्त पहले ये बकरा कहीं से भटककर इस गांव में आ गया था। कई दिन तक वह मंदिर के आसपास घूमता रहा। इसके बाद मंदिर में काम करने वाले कुछ लोगों ने उसे वहीं बांध दिया। जब वह थोड़ा बड़ा हुआ तो उसका एक थन निकल आया, जिसे देख सब हैरान हो गए। बकरे के दूध की डेयरी पर जांच भी करवाई जहां यह सामान्य बकरी के दूध की तरह ही निकला। वहीं गांव के कुछ लोगों का कहना है कि इस बकरे के दूध से बनी चाय का स्वाद बिल्कुल अलग होता है। यह गाय और भैंस के दूध से बनी चाय से भी ज्यादा अच्छी होती है।