जिले में सबसे अधिक मंदसौर में युवतियां और महिलाओं में खून की कमी

जिले में सबसे अधिक मंदसौर में युवतियां और महिलाओं में खून की कमी

-भानपुरा में सबसे कम एनीमिया से ग्रसित महिलाएं 
मंदसौर.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा खून की कमी को दूर करने के लिए नि:शुल्क टेबलेट सहित इंजेक्शन की व्यवस्था जिला अस्पताल से लेकर उपस्वास्थ्य केंद्रों पर कर रखी है। लेकिन इनका उपयोग जमीनी स्तर पर नहीं हो पा रहा है। यही कारण हैकि जिले में १६ से लेकर ४९ तक महिलाओं में खून की कमी सामने आईहै। जब इस बारे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से पूछा तो उन्होंने कहा कि आयरन की गोलियां देने के बाद भी इसका उपयोग महिलाएं नहीं कर रही है। 


भानपुरा में सबसे बेहतर स्थिति 
सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में सात पाइंट या इससे कम ५३२ महिलाओं और युवतियां का सामने आया है। इनमें से सबसे अधिक मंदसौर ब्लॉक में २७२ महिलाओं और युवतियों की संख्या है। वहीं इसके बाद गरोठ में ८४ तो सीतामऊ़ ब्लॉक में ८० और मल्हारगढ़ ब्लॉक में ५४ में खून की कमी है। तो सबसे कम भानपुरा में ४० महिलाओं और युवतियों में खून की कमी सामने आई है। 
गरोठ में सबसे अधिक गंभीर एनीमिया 
सीएमएचओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में १२१ युवतियों और महिलाओं को गंभीर एनीमिया से पीडि़त है। इनमें सबसे अधिक गरोठ ब्लॉक में ५१ महिलाओं और युवतियों को गंभीर एनीमिया है। मंदसौर ब्लॉक में ४७, मल्हारगढ़ में १०, भानपुरा में १६ और सीतामऊ में ७ युवतियों और महिलाओं गंभीर एनीमिया से पीडि़त है। 


फैक्ट फाइल
ब्लॉक एनीमिया गंभीर एनीमिया 
मंदसौर २७२ ४७
गरोठ ८४ ५१
भानपुरा ४० १६
सीतामऊ ८० ७
मल्हारगढ़ ५४ १०
(स्त्रोत-सीएमएचओ कार्यालय)
जागरुकता की कमी भी एक कारण 
जिले में एनीमिया से पीडि़त मरीजों की संख्या का एक प्रमुख कारण जागरुकता भी है तो दूसरा कारण इन स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी आमजन तक सही रूप से नहीं पहुंचाईगईहै। सुविधाओं की तरह ही योजनाओं के भी हाल है। कईसरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार सही नहीं करने से ग्रामीण क्षेत्र में योजनाओं के बारे में जानकारी ही नहीं होती है। 


इनका कहना...
एनीमिया दूर करने के लिए आयरन फोलिक एसिड एवं आयरन सूक्रोज दिया जाता है। जिनको एनीमिया कमी हैवे निरंतर यह दवाई लें। 
डॉ महेश मालवीय, सीएमएचओ।